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लक्षणों की अनदेखी से गंभीर परिणाम लाता है ल्यूकेमिया
- लक्षणों को न करें नजरअंदाज
- जल्द उपचार शुरू करना बेहद आवश्यक

जयपुर। हमारे रक्त में पाए जाने वाली श्वेत रक्त कोशिकाएं हमें बाहरी इंफेक्शन और अन्य बीमारियों से दूर रखने का काम करती है। लेकिन जब बोन मैरो में खराबी होने पर इनका भारी मात्रा में उत्पादन शुरू हो जाता है तो बढ़ी हुईं कोशिकाएं रक्त में मौजूद अन्य कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने लगती हैं जिससे एक गंभीर रक्त विकार होता है। रक्त में श्वेत रक्त कोशिकाओं के असामान्य रूप से बढऩे से ल्यूकेमिया ब्लड कैंसर होता है जो मरीज के लिए बेहद जानलेवा साबित होता है। शुरूआत में छोटे-छोटे लक्षणों के दिखने के बाद इसके गंभीर परिणाम सामने आते हैं। अत: शुरूआती लक्षणों में ही इस गंभीर रोग की पहचान हो जाए तो मरीज को समय रहते बचाया जा सकता है। कई तरह का होता है ल्यूकेमिया --
भगवान महावीर कैंसर हॉस्पिटल के सीनियर हेमटोलॉजिस्ट डॉ. उपेंद्र शर्मा ने बताया कि मरीज के रक्त में किन्ही कारणों से श्वेत रक्त कोशिकाओं का तेजी से उत्पादन होने लगता है और अन्य कोशिकाओं को नुकसान पहुंचाने लगता है। सामान्य तौर पर ल्यूकेमिया चार प्रकार का होता है जिनके शरीर पर अलग-अलग प्रभाव पड़ते हैं। अगर मरीज को गले में या हाथ के नीचे, कमर में कोई गांठ महसूस हो, लगातार बुखार रहे, मसूड़ों से खून आए, रात को ज्यादा पसीना आए तो उसे एक बार हेमेटोलॉजिस्ट से परामर्श लेना चाहिए। कुछ आवश्यक जांचे कर ल्यूकेमिया की पहचान अगर समय पर हो जाती है तो इसके गंभीर परिणामों से मरीज को बचाया जा सकता है। नई इम्यूनथैरेपी और टारगेटेड थैरेपी करती है कैंसर सेल्स पर प्रहार --
ल्यूकेमिया का पता लगाने के लिए डॉक्टर मरीज के रक्त की जांच करते हैं। वहीं रोग की सही स्थिति जानने के लिए बोन मैरो टेस्ट भी किया जाता है। ल्यूकेमिया का प्रकार और चरण के बारमें पता लगने के बाद मरीज का उपचार शुरू किया जाता है। इसके लिए मरीज को कीमोथैरेपी दी जाती है। अब उपचार में इम्यूनोथैरेपी और टारगेटेड थैरेपी का भी इस्तेमाल किया जाने लगा है जो सीधे कैंसर के सेल्स पर प्रहार करते हैं। इससे मरीज को कैंसर के इलाज में काफी मदद मिलती है।

ल्यूकेमिया के लक्षण
- हड्डियों में दर्द रहना
- नाक, मसूड़ों या मलाशय से लगातार रक्त स्त्राव होना
- लगातार नील पडऩा
- बुखार व थकान रहना
- भूख न लगना व वजन गिरना
- पेट के बाईं ओर सूजन व दर्द होना